Strip Option Trading Strategy क्या है?

Strip Option Trading Strategy एक ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति है जिसमे तीन अलग-अलग ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का प्रयोग होता है|

यहाँ ट्रेडर्स को एक Call option खरीदना होते है, साथ ही दो Put option भी खरीदना होता है, यह रणनीति Option straddle strategy से थोड़ी भिन्न है, जिसमे समान  स्ट्राइक कीमत और तारीख के Call ऑप्शन और Put ऑप्शन को खरीदना होता है|

इस रणनीति में ट्रेडर्स को समान स्ट्राइक मूल्य और समान एक्सपायरी तारीख की  एक Call ऑप्शन और दो Put ऑप्शन खरीदना होता है|

इस रणनीति को “Strip trading strategy” कहा जाता है क्यूंकि इसमें एक Call ऑप्शन खरीदना है जो तेजी के होते है, और दो Put ऑप्शन जो आमतौर पर मंदी का होते है| 

Strip option trading strategy का मुख्य काम कोई स्टॉक किसी भी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम से लाभ प्राप्त करना है|

अगर इस रणनीति में स्टॉक की कीमतों में वृद्धि होती है, तो एक ख़रीदे हुए Call ऑप्शन में लाभ होगा, जबकि ख़रीदे हुए Put ऑप्शन बेकार हो जायेंगे, इसके विपरीत अगर स्टॉक की कीमत तेजी से गिरती है तो ख़रीदे Put ऑप्शन से लाभ होगा, जबकि दो ख़रीदे Call ऑप्शन वर्थलेस एक्सपायर होंगे|

Strip option trading strategy को कैसे लागु कर सकते है?

Strip option trading strategy को लागु करने के लिए ट्रेडर को निचे दिए गए कुछ चरणों का पालन करना आवश्यक है:

अन्तनिर्हित संपत्ति की पहचान – ट्रेडर को हमेशा सही स्टॉक, इंडेक्स या कमोडिटी जैसी अन्तनिर्हित संपत्ति की पहचान करने की आवश्यकता है जिसमे इस रणनीति का प्रयोग कर ट्रेड करना चाहता है| 

सही स्ट्राइक मूल्य का चुनाव – ट्रेडर को हमेशा सही स्ट्राइक मूल्य निर्धारित करना चाहिए जिसमे तीनों ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की स्ट्राइक मूल्य समान हो और वह इसे खरीदना चाहता है|

कॉन्ट्रैक्ट समाप्ति तारीख का चुनाव – ट्रेडर को हमेशा ऐसे ही ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदने है जिसके ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट तारीख की समाप्ति समान है|

एक Call option ख़रीदे – यहाँ ट्रेडर को समान स्ट्राइक मूल्य और समाप्ति तारीख की एक Call ऑप्शन खरीदना होता है| यह ट्रेडर को समाप्ति तारीख पर स्ट्राइक मूल्य पर अन्तनिर्हित सम्पति को खरीदने का अधिकार देते है, लेकिन यह उनके लिए दायित्व नहीं है|  

दो Put ऑप्शन ख़रीदे – ट्रेडर को समान स्ट्राइक मूल्य और समाप्ति तारीख पर दो  Put ऑप्शन खरीदने होते है| यह ट्रेडर को यही स्ट्राइक मूल्य पर अन्तनिर्हित परिसंपत्ति को बेचने के लिए ट्रेडर को अधिकार देता है लेकिन यह दायित्व नहीं है|

ट्रेड पर नज़र बनाए रखे – एक बार ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदने के बाद ट्रेडर को अन्तनिर्हित सम्पति की किसी भी दिशा में जाने के कदम पर बारीकी से नज़र रखने की आवश्यकता होती है, अगर इनमे वृद्धि होती है,तो Call ऑप्शन में लाभ होंगे और अगर गिरावट होती है तो Put ऑप्शन में लाभ होंगे और Call ऑप्शन वर्थलेस हो जायेंगे|

ट्रेड को नियंत्रित रखे – इस रणनीति में ट्रेडर को हमेशा जोखिमों और लाभ को ध्यान में रखकर सावधानीपूर्वक ट्रेड को प्रबंधन करने होते है, अगर ट्रेड लाभदायक है, तो ट्रेडर अपनी पोजीशन से बाहर निकल सकता है और लाभ ले सकता है| और अगर ट्रेड में नुकसान हो रहा है तो वह अपने नुकसान को कम से कम करने पर विचार कर सकता है| 

उदाहरण से समझे Strip option strategy

यह रणनीति को समझने के लिए हम एक उदाहरण लेते है | मान लीजिये आपके पास किसी कंपनी के स्टॉक है और आपको लगता है की यह स्टॉक गिर सकता है और आप अपनी आपको Hedge करना चाहते है और डाउन साइट रिस्क से बचना चाहते है|

आपका स्टॉक वर्त्तमान में 100 रुपये पर ट्रेड कर रहा है  तो आप Strip option trading strategy का उपयोग करने का निर्णय ले सकते है| 

जहाँ स्टॉक की कीमत बढ़ने से आपको फायदा होगा और गिरने से आप स्टॉक के डाउन साइट रिस्क को Hedge कर सकते है|

ट्रेडर 100 रुपये के स्ट्राइक मूल्य और अब से एक महीने की समाप्ति तारीख के साथ दो Put ऑप्शन खरीदता है | प्रत्येक Put ऑप्शन का प्रीमियम 5 रुपये है इसलिए दो Put ऑप्शन की कुल लागत 1000 रुपणे है (2 × 5 रुपये × 100 शेयर प्रति लोट) है|

ट्रेडर 100 रुपये के स्ट्राइक मूल्य और अब से एक महीने की समाप्ति तारीख के साथ एक Call ऑप्शन भी खरीदता है|

Call ऑप्शन का प्रीमियम 3 रुपये है इसलिए Put ऑप्शन की कुल लागत 300 रुपये (1 × 3 रुपये × 100 शेयर प्रति लोट) है|

अगर समाप्ति तारीख तक आपके स्टॉक की कीमत गिरकर 95 रुपये हो जाती है, तो दो Put ऑप्शन लाभ उत्पन्न करेंगे, जो आपकी स्टॉक के नुकसान को  Hedge कर लेगा|  “हाँ” आपको Call ऑप्शन का प्रीमियम में 3 रुपये प्रति शेयर का  नुकसान होगा| 

और अगर स्टॉक की कीमत समाप्ति तक 120 रुपये हो जाती है तो आपको Call ऑप्शन में लाभ होंगे साथ ही स्टॉक की कीमत बढ़ने से आपको स्टॉक में लाभ होंगे जो आपके द्वारा दिए गए Put के प्रीमियम से ज्यादा होगा| 

Strip option strategy के जोखिम और लाभ 

जोखिम

  • सीमित लाभ क्षमता: Strip option trading strategy में ट्रेडर अधिकतम लाभ  स्ट्राइक मूल्य और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट  के प्रीमियम के बिच के अंतर तक सिमित है| इसका मतलब है की अगर स्टॉक किसी एक दिशा में तेजी से बढ़ता है तो ट्रेडर को  लाभ की सभी संभावना पर कब्ज़ा नहीं कर सकता है| 
  • उच्च लागत: Strip ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति में ट्रेडर को तीन ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदने होते है, जो महंगा हो सकता है, ट्रेडर को इसके लिए तैयार रहना होता है जहाँ लाभदायक ना होने से महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है| 
  • सीमित समय: ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति तक एक सीमित समय होता है, जिसका अर्थ है की ट्रेडर को यहाँ अन्तनिर्हित सम्पति  के कीमतों में परिवर्तन को लेकर समय पर सही होना होगा| क्यूंकि अगर कीमतों में उतार-चढाव ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की समय सीमा के भीतर नहीं होता है, तो ट्रेड लाभहीन होगा|
  • अस्थिरता जोखिम: ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट अस्थिरता में परिवर्तन के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होते है, जो ऑप्शन की कीमतों को प्रभावित कर सकते है, यदि स्टॉक की अस्थिरता महत्वपूर्ण रूप से बदलती है, तो प्रीमियम की कीमतों में भी काफी उतार-चढाव हो सकते है जिससे ट्रेडर को काफी नुकसान हो सकता है| 
  • अन्तनिर्हित सम्पति का एकतरफा बढ़त का जोखिम: अगर अन्तनिर्हित सम्पति की कीमते एक तरफ़ा दिशा में चलती है, तो ट्रेडर को ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को खरीदना या बेचना  होगा, अगर ट्रेडर पोजीशन लेने के लिए तैयार नहीं है तो इससे ट्रेडर को काफी नुकसान हो सकता है|

लाभ

  1. ज्यादा लाभ की संभावना: अगर अन्तनिर्हित सम्पति आपके द्वारा तैयार रणनीति की दिशा में एक बड़ा कदम उठाती है तो आपको एक महत्वपूर्ण लाभ हो सकता है, ज्यादा लाभ की संभावना उन ट्रेडर्स को आकर्षित करती है जो ज्यादा जोखिम लेने के लिए तैयार है|
  2. अनुकूलता: Strip option trading strategy में एक ट्रेडर को व्यक्तिगत ट्रेडिंग शैली और जोखिम सहनशीलता के अनुकूल बनाने के लिए तैयार किया जा सकता है, ट्रेड और ट्रेडिंग उद्देशो को पूरा करने के लिए ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की स्ट्राइक कीमतों और समाप्ति तारीख को समायोजित कर सकते है|
  3. कम जोखिम: Strip ट्रेडिंग रणनीति में Call और Put ऑप्शन दोनों का उपयोग ट्रेडिंग के समग्र जोखिम को कम करने में मदद कर  सकता है, इसका कारण यह है की ट्रेडर अन्तनिर्हित सम्पति के ऊपर और निचे की कीमत के उतार-चढाव दोनों से लाभ प्राप्त कर सकता है| 
  4. सीमित नुकसान: इस रणनीति को अधिकतम नुकसान ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की लागत तक सिमित है, इसका मतलब है की ट्रेडर अपने संभावित नुकसान को सीमित कर सकते है और अपने Capital की रक्षा कर सकते है| 
  5. Hedging के अवसर: स्टॉक या अन्य एसेट के पोर्टफोलियो में संभावित नुकसान से बचाने के लिए Strip ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति का उपयोग Hedging टूल के रूप में भी किया जा सकता है, यह ट्रेडर को अतिरिक्त लचीलापन और जोखिम को प्रबंधित करने का मौका देता है|

Strip option रणनीति पर ध्यान रखने योग्य बातें

Strip ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति को लागु करने से पहले  ट्रेडर्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए की यह ट्रेडिंग उद्देश्यों और जोखिम सहनशीलता के लिए सही रणनीति हो सके इसलिए इन कारणों को भी जरूर देख ले|

मार्केट विश्लेषण: ट्रेडर्स को हमेशा मार्केट और अन्तनिर्हित सम्पति का गहन विश्लेषण करना चाहिए, जिसमे वह ट्रेड करने के बारें में सोच रहा है|

इस विश्लेषण में Technically और Fundamentally दोनों कारकों पर विचार करना चाहिए जो किसी सम्पति  कीमतों  प्रभावित कर सकते है|

जोखिम की गणना: ट्रेडर्स को हमेशा अपने जोखिम की गणना करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए की Strip option रणनीति उनके जोखिम प्रबंधन लक्ष्यों के साथ  रेखांकित हो, ट्रेडर्स को इसे लागु करने पहले रणनीति के संभावित जोखिमों और लाभ के साथ सहज होना चाहिए|

Option trading का ज्ञान: ट्रेडर्स को Option trading और Strip option रणनीति की ठोस समझ होनी चाहिए, इसमें ऑप्शन मूल्य निर्धारण, अस्थिरता और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट पर Time decay के प्रभाव का ज्ञान शामिल है|

पूंजी की आवश्यकता: ट्रेडर्स को हमेशा अपनी उपलब्ध पूंजी का आकलन करना चाहिए और सुनिश्चित करना  चाहिए की रणनीति लागु करने के लिए उनके पास पर्याप्त पूंजी है| इनमे तीन ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को खरीदने पर लगने वाले प्रीमियम की लागत शामिल है|

Exit की रणनीति:  Strip option रणनीति को लागु करने से पहले ट्रेडर्स के पास एक ठोस Exit रणनीति होनी चाहिए, इसमें Stop-Loss आर्डर सेट करना या पूर्व स्तरों पर लाभ लेना शामिल हो सकता है|

निष्कर्ष

अंत में अगर हम बात करें तो Strip option trading strategy एक जटिल लेकिन संभावित रूप से लाभदायक रणनीति है जिसमे एक  ATM (At the money) Call ऑप्शन खरीदना, दो ATM (At the money) Put ऑप्शन खरीदना और किसी भी दिशा में महत्वपूर्ण कदम पर दांव लगाने के लिए ऑप्शन का उपयोग करना शामिल है| 

जबकि Strip option रणनीति में उच्च लाभ और कम जोखिम की क्षमता है, इसमें कई जोखिम भी शामिल हैं, जैसे सीमित लाभ क्षमता, उच्च लागत, सीमित समय, अस्थिरता जोखिम।

ट्रेडर्स को इन जोखिमों को कम करने और रणनीति के साथ सफल होने के लिए ऑप्शंस ट्रेडिंग और जोखिम प्रबंधन तकनीकों की ठोस समझ होना जरूरी है|

FAQ.

क्या Strip option trading strategy का उपयोग Hedging के लिए कर सकते है?

हाँ,स्टॉक या अन्य सम्पतियों के पोर्टफोलियो में संभावित नुकसान से बचने के लिए यह रणनीति का उपयोग Hedging के रूप में कर सकते है|

क्या नए ट्रेडर्स के लिए Strip ऑप्शन रणनीति उपयुक्त है?

strip option strategy एक जटिल ट्रेडिंग रणनीति है जिसके लिए Option trading और मार्केट विश्लेषण की ठोस समझ की आवश्यकता होती है। इस प्रकार, यह नए ट्रेडर्स के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है।

क्या Strip ऑप्शन रणनीति को Modified कर ट्रेड किया जा सकता है?

हां, एक ट्रेडर के व्यक्तिगत ट्रेडिंग उद्देश्यों और जोखिम सहिष्णुता को पूरा करने के लिए Strip ऑप्शन रणनीति को Modified किया जा सकता है। इसमें स्ट्राइक मूल्य और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति तारीख को समायोजित करना शामिल है।

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