स्टॉक ट्रेडिंग में मोमेंटम इंडिकेटर्स क्या है?

मोमेंटम इंडिकेटर्स ट्रेडर्स को स्टॉक की कीमतों में हो रहे बदलाव की गति को समझने में मदत करते है| साथ ही यह समझने में मदत करते है की स्टॉक में कितना उतार-चढाव हो रहा है|

मोमेंटम इंडिकेटर्स बाकि सभी इंडीकेटर्स की चाल समझने में मदत करता है जिससे किसी स्टॉक में हो रहे कीमतों में बदलाव का पता लगाया जा सकता है|

यह एक कीमतों का गति सूचक है जो कीमतों का संकेत देकर उसमे हो रहे फायदे और नुकसान को समझाता है| 

मोमेंटम इंडिकेटर्स क्या है?

मोमेंटम इंडीकेटर्स में मुख्यत्व दो तरह के होते है| 

  • Lagging इंडीकेटर्स – यह इंडिकेटर्स एक तरह से किसी स्टॉक में चल रहे ट्रैंड का अनुसरण करते है| यह ट्रैंड के रिवर्सल की भविष्यवाणी करने के बजाय यह स्टॉक ट्रैंड की गति का अनुसरण करते है जो अपेक्षाकृत लम्बे अवधि के लिए होती है | जिससे   निवेश का निर्णय ले सकते है| 
  • Leading इंडीकेटर्स – Leading इंडीकेटर्स हमें किसी स्टॉक में चल रहे उतार-चढाव  को समझाता है| दूसरे शब्दों में कहे तो किसी स्टॉक में कब खरीदार बनना है और कब विक्रेता यह दर्शाता है| 

मोमेंटम इंडिकेटर्स एक Technical analysis का भाग है जो किसी स्टॉक में कीमतों में हो रही Volatility की भविष्यवाणी करने में मदत करता है| इसी इंडिकेटर की मदत से हम किसी स्टॉक की कीमतों में हो रहे बदलाव की गति को समझ सकते है जिसका प्रमुख रूप Volatility, Current price और Closing price है| 

15 से ज्यादा ऐसे मोमेंटम इंडीकेटर्स है जो किसी स्टॉक के विश्लेषण में मदत करते है जिसमे कुछ प्रचलित इंडीकेटर्स RSI, MACD, ADX, Stochestic Oscillator है|

आप अगर देखे तो मोमेंटम इंडीकेटर्स मार्केट में मंदी से ज्यादा जब मार्केट में तेजी होती है तब सबसे अच्छा काम करते है|

इसके अलावा इनसे आप किसी स्टॉक में क्या खरीदी चल रही है यह समझ सकते है जैसे की क्या स्टॉक Over Bought हुआ है या “Over Sold” अगर मोमेंटम इंडिकेटर्स की गति में कमजोरी है तो यह संकेत है की अब ट्रेंड रिवर्स हो सकता है| 

मोमेंटम इंडिकेटर्स के प्रकार

मोमेंटम इंडिकेटर्स के प्रकार कुछ निम्नलिखित है|

RSI (Relative strength index)

मोमेंटम इंडिकेटर्स

स्टॉक मार्केट में सबसे लोकप्रिय इंडिकेटर RSI कीमतों में हो रहे परिवर्तन को ट्रैक करने और कीमतों की परिवर्तन की गणना करने के लिए उपयोगी मेट्रिक है| 

RSI  की गणना 0 से लेकर 100 के बिच मेंरेखांकित किया जाता है, जहाँ RSI अगर चार्ट पर 50 के निचे जा रहा है इसका मतलब गिरावट के लक्षण है जहा अगर RSI 30 से निचे जाता है तो स्टॉक Over sold है|

और अगर 80 से ऊपर जाता है तो स्टॉक Over Bought हो चूका है, RSI एक ऐसा इंडिकेटर है, जो किसी स्टॉक में खरीदी और बिक्री के शुरुवाती संकेत देता है| 

MACD (Moving average Convergence / Divergence)

MACD एक ऐसा इंडिकेटर है जो स्टॉक की momentum के हिसाब से काम करता है, जैसे यह स्टॉक की 26 दिन का  EMA ( एक्सपोनेंशिअल मूविंग एवरेज) और 12 दिन का EMA (एक्सपोनेंशिअल मूविंग एवरेज) का अंतर है|

अगर आप EMA का चार्ट देखेंगे तो आपको ग्राफ में दो रेखाए होती है: MACD लाइन और सिग्नल लाइन| MACD एक legging इंडिकेटर है यह स्टॉक की कीमत के हिसाब से दर्ज होती है, जब MACD लाइन निचे की और से सिग्नल लाइन को काटती है तब यह स्टॉक खरीद का सिग्नल देती है|

और जब MACD लाइन ऊपर से निचे सिग्नल लाइन को काटती है तब यह बेचने का सिग्नल देती है| MACD का प्रयोग आप ऑप्शन ट्रेडिंग में Call और Put खरीदने और बेचने के लिए कर सकते है| 

MACD formula = 26 day EMA – 12 day EMA

Signal Line = 9 day EMA

ADX (Avarege Directional Index)

ADX इंडिकेटर किसी स्टॉक में चल रहे ट्रैंड की ताकत को समझने में मदत करता है, अगर ADX  का रेखांकित मूल्य 20 से अधिक है तो यह किसी स्टॉक में जो ट्रेंड चल रहा है वह चलन में रहेगा और आगे और बढ़ता रहेगा|

जबकि अगर ADX का मूल्य 20 से कम है तो वह स्टॉक या तो दिशाहीन या वह कंसोलिडेटेड हो रहा है| 

Stochastic Oscillator

मोमेंटम इंडिकेटर्स

Stochestic oscillator किसी स्टॉक के समय की तुलना  सबसे नजदीकी क्लोजिंग प्राइस और उस स्टॉक की पिछली ट्रेडिंग रेंज से करता है | यह इंडिकेटर किसी Price और Volume का पालन नहीं करता है,बल्कि यह उस स्टॉक की गति और सम्पूर्ण मार्केट के गति का पालन करता है|

Stochestic एक प्रमुख इंडीकेटर्स में से एक है,इसलिए इसका उपयोग किसी स्टॉक में होने वाले उतार-चढाव की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है| 

Stochestic oscillator को अगर आप चार्ट पर देखेंगे तो यह एक रेंजबाउंड लाइन है जो 0 से 100 के बिच में रहती है|

यहाँ अगर लाइन 80 से ऊपर आ रही तो इसका मतलब है की मार्केट या स्टॉक Over Bought हो चूका है और अगर यह लाइन 20 से निचे आती है तो यह इसे Over Sold माना जाता है| 

मोमेंटम इंडिकेटर्स का प्रयोग कैसे करे?

अगर आप मार्केट में ट्रेड करते है तब आप मोमेंटम इंडीकेटर्स उपयोगी होते है| इससे आप किसी स्टॉक में ब्रेक आउट और रिवर्सल और Volatility के आधार पर किसी स्टॉक में ट्रेड की पुष्टि करने में मदत करता है| कुछ ऐसे तरीके है जिससे आपको मोमेंटम इंडीकेटर्स का उपयोग करने में मदत मिल सकती है| 

क्रॉस-ओवर

क्रॉस-ओवर तब होते है जब momentum  इंडीकेटर्स Middle लाइन या अन्य लाइन को पार करते है | यह क्रॉस-ओवर सिग्नल को ट्रिगर करते है| 

जैसे MACD लाइन सेंटरलाइन के ऊपर और निचे Oscillate करती है | क्रॉस-ओवर के मुख्य दो प्रकार हो सकते है| 

  • Center लाइन क्रॉस-ओवर: जब MACD सेंटर लाइन (0 लाइन)को पार कर ऊपर जाता है, तो यह तेजी की प्रवृति होती है| ऐसा तब होता है जब स्टॉक 12- Day EMA और 25- Day EMA से ऊपर चला जाता है| दूसरी बार जब MACD सेंटर लाइन (0  लाइन)  को निचे की और क्रॉस करती है तो यह मंदी दर्शाती है, महत्वपूर्ण बात यह है की प्रवृति लंबे समय तक चल सकती है| 
  • Signal लाइन क्रॉस-ओवर: यह क्रॉस-ओवर सबसे आम MACD इंडिकेटर संकेतो में से एक है, जब MACD लाइन सिग्नल लाइन से ऊपर जाता है, तो यह तेजी की प्रवृति दर्शाता है| दूसरी और जब MACD लाइन सिग्नल लाइन को क्रॉस कर निचे जाती है तो यह मंदी की प्रवृति दर्शाता है| 

डायवर्जन्स

जब किसी स्टॉक की कीमते निचले स्तर पर जाती है, जबकि Momentum इंडीकेटर्स ऊपर जा रहा है तो इसे बुलिश डायवर्जन्स के रूप में जाना जाता है|

सरल भाषा में कहे तो अगर स्टॉक की कीमते गिर रही है और बिक्री में भी गिरावट आ रही है इसका मतलब अब ट्रेंड रिवर्स होने वाला है, और हो सकता है की कीमते फिर से बढ़ सकती है और स्टॉक में तेजी आ सकती है| 

दूसरी और जब स्टॉक की कीमते नई ऊंचाई पर जा रही हो,और Momentum इंडिकेटर निचे की और जा रहा हो , तो इसे बियरीश डायवर्जेंस कहते है| इसका मतलब अब खरीदार कम हो रहे है और अब कभी भी ट्रेंड रिवर्स हो सकता है और स्टॉक में गिरावट देखने को मिल सकती है| 

मोमेंटम इंडिकेटर्स के फायदे और नुकसान

अगर हम फायदे की बात करे तो Momentum इंडीकेटर्स से आप मार्केट और दूसरे वित्तीय साधनों की कीमतों का रुझान समझ सकते है, इसके साथ ही उसमे चल रहे उतार-चढाव की ताकत और कमजोरियों को माप सकते है | मोमेंटम इंडीकेटर्स ट्रेडिंग के निर्णयों के संकेत देते है|  

 यह निर्धारित करने में मदत  करते है की मार्केट में कब प्रवेश करना है और कब बाहर निकलना है, कीमतों में हो रहे उतार-चढाव के संकेतो को समझ सकते है, मार्केट में ट्रेड की रणनीति की पुष्टि करने के लिए मोमेंटम इंडीकेटर्स सबसे उपयुक्त है| 

यहाँ तह तो हमने फायदे की बातें की है अगर हम अभी नुकसान की बात करें तो कभी-कभी मोमेंटम इंडीकेटर्स गलत सिग्नल देते है, और आप किसी ट्रैड में फस सकते है| इसलिए सिर्फ इस पर भरोसा कर निवेश नहीं करना चाहिए बाकि सारे फैक्टर को भी ध्यान में लेना जरूरी है| 

FAQ.

Supertrend इंडिकेटर को कैसे समझे?

Supertrend इंडिकेटर स्टॉक और इंडेक्स चार्ट पर बनाया जाता है | यह रेखा कीमत के हिसाब से लाल और हरे रंग में प्रदर्शित होती है| यह इंडिकेटर किसी स्टॉक की दिशा नहीं दिखता बल्कि दिशा तय होने के बाद खरीदी और बिक्री में मदत करता है और यह समझने में मदत करता है की कब पोजीशन से बाहर निकलना है| 

क्या इंडीकेटर्स का प्रयोग करके स्टॉक मार्केट से पैसा बनाया जा सकता है?

अगर आप समझे तो इंडीकेटर्स हमें यह संकेत देते है की स्टॉक या इंडेक्स की दिशा क्या है और Volatility के आधार पर आप कैसे ट्रेड कर सकते है परंतु इसका मतलब यह नहीं है की आप ट्रैड से पैसा बना लेंगे, इंडीकेटर्स मात्र दिशा निर्देश देते है| 

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