स्टॉक मार्केट में Face value का क्या महत्त्व है?

स्टॉक मार्केट में, Face value  यह किसी स्टॉक या बांड का  नाममात्र मूल्य है, जो  जारीकर्ता द्वारा निर्धारित किया जाता है, इसे Face value के रूप में जाना जाता है|

अगर उदाहरण से समझे की एक कंपनी 10 रुपये प्रति  शेयर की Face value के हिसाब से शेयर जारी कर सकते है|

इसका मतलब यह है की कंपनी ने निर्धारित किया  है की स्टॉक के प्रत्येक शेयर का प्रारंभिक मूल्य 10 रुपये है|

हालाँकि, स्टॉक का मार्केट कीमत Face value से अलग हो सकती है| और यह कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, मार्केट की स्थितियों और निवेशकों की  भावना जैसे वित्तीय कारणों के आधार पर उतार-चढाव कर सकता है|

निवेशकों को यह ध्यान रखना जरूरी है की किसी स्टॉक या बांड की Face value का वर्तमान मार्केट की कीमतों से कोई मतलब नहीं है|

इसका उपयोग लेखांकन और नियामक उद्देश्यों के लिए नाममात्र मूल्य के रूप में अधिक किया जाता है, इस पोस्ट में हम समझेंगे की Face value का किसी स्टॉक में क्या महत्त्व है और यह  वित्तीय रूप से कैसे कार्य करती है|

Face value और market value के बीच का अंतर क्या है?

Face value और market value जिनका उपयोग स्टॉक या सिक्योरिटी के संदर्भ में किया जाता है| इनके बिच का मुख्य अंतर इस प्रकार है:

Face value यह किसी स्टॉक का नाममात्र मूल्य है जिसे स्टॉक सर्टिफिकेट में बताया गया होता है| यह मूल्य स्टॉक की मूल्य के साथ नहीं बदलता है मार्केट की हर स्थितियों में बदलाव के बावजूद वही रहता है| हाँ अगर कंपनी मैनेजमेंट चाहें तो इनमे बदलाव कर सकती है|

market value किसी शेयर का वह मूल्य है जो मार्केट में वर्तमान में चल रहा है जिस पर स्टॉक की कीमत मार्केट में ट्रेड कर रहा है|

यह मार्केट में मांग और आपूर्ति द्वारा निर्धारित होता है, और यह कंपनी के प्रदर्शन और मार्केट की आर्थिक स्थितियों और निवेशकों की इच्छाओं पर इनमे उतार-चढाव होता है|

आसान भाषा में समझे तो फेस वैल्यू स्टॉक का नाममात्र मूल्य है, जबकि मार्केट मूल्य किसी स्टॉक का वर्तमान मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है|

जिसपर स्टॉक का मार्केट में ट्रेड किया जा रहा है और वैसे भी निवेशकों के लिए वर्तमान मूल्य अधिक प्रासंगिक है क्यूंकि इसका उपयोग स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है|

Dividend की गणना में Face value का महत्त्व क्या है?

Dividend की गणना करते समय फेस वैल्यू एक महत्वपूर्ण कारक है क्यूंकि इसका प्रयोग किसी स्टॉक की Divident yield निर्धारित करने के लिए किया जाता है|

Dividend yield किसी स्टॉक पर किये निवेश पर मिलने वाले प्रतिशक रिटर्न को कहते है, जो किसी निवेशक को Dividend के रूप में मिलती है|

इसकी गणना स्टॉक के वार्षिक डिविडेंड को स्टॉक के फेस वैल्यू से विभाजित करके फिर परिणाम को 100 से गुना करके किया जाता है|

उदाहरण के लिए, अगर कोई कंपनी 10 रुपये फेस वैल्यू वाले स्टॉक पर 2 रुपये प्रति शेयर का वार्षिक डिविडेंड देती है, तो Dividend yield 20% (2/10 x 100) होगा|

किसी स्टॉक की कुल डिविडेंड राशि निर्धारित करने के लिए फेस वैल्यू का उपयोग किया जाता है| डिविडेंड भुगतान राशि की गणना स्टॉक के फेस वैल्यू को प्रति शेयर डिविडेंड भुगतान से गुना करके की जाती है|

उदाहरण के लिए, अगर कोई कंपनी 10 रुपये फेस वैल्यू वाले स्टॉक पर 1 रुपये का डिविडेंड की घोषणा करती है, तो प्रति शेयर कुल डिविडेंड भुगतान (10 x 1 = 10 रुपये) होगा| 

फेस वैल्यू द्वारा निवेशक डिविडेंड यील्ड और डिविडेंड के भुगतान की गणना कर सकते है, यह उन्हें उनके निवेश पर रिटर्न को समझने में मदद करता है, जिससे वह अलग-अलग स्टॉक्स के प्रदर्शन की तुलना करने के लिए कर सकते है| 

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Stock split से Face value में क्या फर्क आता है?

Stock split एक कॉर्पोरेट एक्शन है जिसमे कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को कई शेयरों में विभाजित करती है| उदाहरण के लिए  1 शेयर का 2 शेयर में Split करना, इसमें प्रत्येक शेयर को 2 शेयर में विभाजित किया जाता है| जिसमे कंपनी की शेयर की संख्या दोगुनी हो जाती है| 

Stock split से स्टॉक की फेस वैल्यू बदल जाती है परंतु आपके द्वारा शेयर में किया निवेश का मूल्य वही रहता है| स्टॉक Split होता है, तो स्टॉक की फेस वैल्यू विभाजित हो जाती है, इसका मतलब अगर कोई स्टॉक की फेस वैल्यू  विभाजन से पहले 10 रुपये था, तो विभाजन के बाद यह 5 रुपये हो जाएगा|

हालांकि, आपके निवेश के मूल्य में कोई बदलाव नहीं होता है परंतु निवेशकों द्वारा ख़रीदे गए स्टॉक की संख्या विभाजन से अनुपात में बढ़ जाती है, जबकि  शेयर कीमत विभाजन के अनुपात में घट जाती है|

उदाहरण के लिए अगर किसी निवेशक के पास 2 -फॉर- 1  स्टॉक स्प्लिट से पहले 10 रुपये फेस वैल्यू के 100 शेयर है, तो विभाजन के बाद निवेशक के पास 5 रुपये फेस वैल्यू के साथ 200 शेयर होंगे|

Face value कैसे निवेश निर्णय को प्रभावित कर सकती है?

स्टॉक या बांड का फेस वैल्यू एक नाममात्र मूल्य होता है जो किसी कंपनी का प्रतिनिधित्व करता है| जबकि फेस वैल्यू किसी कंपनी में निवेश करने के लिए महत्वपूर्ण कारक नहीं होता है, यह कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है जो निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकते है|

कुछ निवेशक कम फेस वैल्यू वालें शेयरों की और आकर्षित हो सकते है क्यूंकि वह सस्ते लगते है परंतु ज्यादातर निवेशक कंपनी में स्थिरता और विश्वास के संकेत के रूप में उच्च फेस वैल्यू को पसंद करते है|

स्टॉक की फेस वैल्यू निवेशकों को भुगतान किये गए डिविडेंड की राशि को प्रभावित कर सकता है| उदाहरण के लिए कोई कंपनी अगर शेयर के फेस वैल्यू के प्रतिशत के आधार पर एक निश्चित डिविडेंड का भुगतान करती है इसीलिए अगर उच्च फेस वैल्यू वाले स्टॉक में निवेश करते है, तो आपको ज्यादा डिविडेंड मिल सकता है|

वोटिंग अधिकार के मामले में भी फेस वैल्यू महत्वपूर्ण साबित होता है क्यूंकि निवेशकों के पास मौजूद शेयरों की संख्या के आधार पर वोटिंग के अधिकार मिलते है और अक्सर यह फेस वैल्यू से संबंधित होता है|

कुछ मामलो में, शेयरों का फेस वैल्यू जितना अधिक होगा, शेयरधारकों की मतदान शक्ति उतनी ही अधिक होगी|

FAQ.

किसी शेयर की कम से कम फेस वैल्यू कितनी होती है?

किसी कंपनी का का फेस वैल्यू 10 रुपये से शुरू होते है| परंतु अगर हम स्टॉक एक्सचेंज की बात करें तो SEBI द्वारा नियंत्रित होने के कारण ज्यादातर कंपनी को सूचीबद्ध करने की आवश्यकता के लिए यह न्यूनतम 1 रुपये होना आवश्यक है|

क्या शेयर की कीमत फेस वैल्यू के निचे जा सकती है?

शेयर की मार्केट कीमत मांग और आपूर्ति की ताकतों द्वारा निर्धारित किया जाता है| अगर मार्केट कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को ख़राब मानता है,तो उसके शेयरों की मांग घट सकती है, जिससे शेयर की कीमत में गिरावट आ सकती है| ऐसे मामलों में शेयर की कीमत फेस वैल्यू से निचे जा सकती है|

क्या डिविडेंड की गणना फेस वैल्यू से होती है?

डिविडेंड हमेशा शेयर के फेस वैल्यू पर घोषित किया जाता है, चाहे उसका बाजार मूल्य कुछ भी हो डिविडेंड यील्ड की गणना वार्षिक शेयर के नाममात्र  मूल्य के प्रतिशक के रूप में किया जाता है|

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