Delta hedging क्या है? | Delta hedging की कुछ बेहतरीन रणनीतियों को समझे |

Delta hedging  ऑप्शन ट्रेडिंग में एक रिस्क मैनेजमेंट तकनीक है जिसका उपयोग ट्रेडर्स द्वारा एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के जोखिमों को कम करने के लिए किया जाता है|

इसमें ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के कीमतों पर स्टॉक की कीमतों में परिवर्तन के प्रभाव को बेअसर करने के लिए या ऑफसेट करने के लिए किया जाता है|

जैसे किसी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का Delta स्टॉक की कीमतों के बदलाव पर ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की कीमतों में हो रहे बदलाव की सवेदनशीलता को दर्शाता है|

उदाहरण के लिए, किसी Call ऑप्शन पर 0.5 का Delta उसके स्टॉक के प्रत्येक 1 रुपये की वृद्धि पर ऑप्शन प्रीमियम पर 0.50 पैसे की बढ़त को दर्शाता है|

ऐसी स्थिति में अगर ट्रेडर Call ऑप्शन के ऑपोसिट पोजीशन बनाता है  स्थिति में स्टॉक की कीमतों में हो रहे बदलाव के डेल्टा के प्रभाव को ऑफसेट कर सकते है|

उदाहरण के लिए, यदि कोई ट्रेडर 0.5 के Delta के साथ एक Call ऑप्शन खरीदता है, तो वह Delta hedging की स्थिति बनाने के लिए वह ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की अन्तनिर्हित परिसंपत्ति जैसे की स्टॉक के संबंध में Put ऑप्शन बेच सकता है|

यदि ऐसी स्थिति में अगर स्टॉक की कीमत बढ़ जाती है तो Call ऑप्शन का मूल्य बढ़ जायेगा| लेकिन स्टॉक में Put ऑप्शन बेचने (Short) पोजीशन के प्रीमियम का मूल्य घट जाएगा, जिससे समग्र स्थिति में Delta hedge हो जाएगा|

Delta hedging में न्यूट्रल डेल्टा हेजिंग किसे कहते है?

Delta नूट्रल रणनीति एक निवेश रणनीति है जिसमे पोजीशन के अंत में समग्र डेल्टा शून्य हो जाता है| जो अंडरलाइन एसेट में हो रहे उतार चढाव से ऑप्शन के प्रीमियम में हो रहे वोलैटिलिटी को कम करता है|

उदाहरण के लिए, मान लीजिए की ट्रेडर 0.50 के डेल्टा के साथ एक ATM (At the money) कॉल ऑप्शन खरीदता है और साथ ही Delta नूट्रल की स्थिति बनाए रखना चाहता है|

ऐसी स्थिति में पॉजिटिव डेल्टा को ऑफसेट करने के लिए एक ATM (At the money) पुट ऑप्शन खरीदेगा जिसका डेल्टा -0.50 है जिससे पोजीशन का डेल्टा शून्य हो जाएगा|

ऑप्शन में Delta का प्रयोग करने के लिए ट्रेडर्स हमेशा एक ही पैमाने का प्रयोग नहीं करते है | यह 0 से 1 के पैमाने और 0 से 100 के पैमाने पर भी मापा जाता है|

इसलिए अगर 0 से 1 के पैमाने पर Delta 0.50 है, तो 0 से 100 के पैमाने पर भी यह 50 के समान है| 

Delta hedging की कुछ बेहतरीन रणनीतियाँ

निचे बताई गयी कुछ संभावित रणनीतियाँ ऐसी है जो आपके द्वारा ली गयी पोजीशन की संभावित जोखिमों को कम करता है|

Long call Delta hedging

इस रणनीति में ट्रेडर्स द्वारा  पोजीशन की ऑपोसिट समान डेल्टा का कॉल ऑप्शन खरीदना शामिल है  जिसे हेज किया जा रहा है|

इस रणनीति में अगर स्टॉक की कीमत बढ़ती है तो कॉल ऑप्शन का डेल्टा बढ़ता है. यहाँ डेल्टा को नूट्रल रखने  लिए पोजीशन बनायीं जाती है|

short put Delta hedging

इस रणनीति में हेज किये जा रहे पुट ऑप्शन के डेल्टा के अनुपात में स्टॉक को बेचना होता है| जैसे-जैसे स्टॉक की कीमत निचे जाती है, पुट ऑप्शन का डेल्टा मूल्य घटता जाता है, यहाँ डेल्टा को नूट्रल रखने के लिए स्टॉक का अधिक हिस्सा बेचा जाता है| 

short call Delta hedging

इस रणनीति में स्टॉक को कॉल ऑप्शन के डेल्टा के अनुपात में बेचना (शार्ट) शामिल है जिसे Hedge किया जा रहा है| जैसे ही स्टॉक की कीमत बढ़ती है, कॉल ऑप्शन का डेल्टा  मूल्य कम होता है, नूट्रल स्थिति में बनाए रखने के लिए स्टॉक का अधिक हिस्सा बेचा जाता है|

Long put Delta hedging

इस रणनीति में हेज किए जा रहे Put ऑप्शन के डेल्टा के अनुपात में स्टॉक को खरीदना शामिल है | जैसे ही स्टॉक की कीमत निचे जाती है, पुट ऑप्शन का डेल्टा बढ़ता है|

यहाँ डेल्टा को नूट्रल रखने के लिए स्टॉक का अधिक हिस्सा ख़रीदा जाता है| 

अगर आपके पास नेगेटिव डेल्टा के साथ कोई पोजीशन है तो स्टॉक की कीमत बढ़ने पर आपको नुकसान होने का डर रहेगा और स्टॉक की कीमत गिरने पर फायदा होने की उम्मीद रहेगी|

ऐसी स्थिति में आपको अपनी पोजीशन को हेज करने की रणनीति की जरूरत रहेगी जो  मुनाफा दे और नुकसान को कम करके पोजीशन ऑफसेट कर सके| 

इसलिए अगर आप  नेगेटिव डेल्टा पोजीशन की स्थिति में है तो ऐसी स्थिति में Long call हेजिंग, Short put हेजिंग, से पोजीशन को हेज कर सकते है जिसका डेल्टा पॉजिटिव है, जिससे आपका दिशात्मक जोखिम कम हो जाएगा | 

और अगर आप पॉजिटिव डेल्टा पोजीशन की स्थिति में है तो आप Short call हेजिंग, Long put हेजिंग से अपने पोजीशन को हेज कर सकते है जिसका डेल्टा नेगेटिव है और अपने आप को दिशात्मक जोखिमों से बचा सकते है| 

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निष्कर्ष

अगर आप अपने ट्रेडिंग में जोखिम को कम करना चाहते है तो आपको पोजीशन को हेज करना आवश्यक है जिससे प्रॉफिट और लॉस दोनो के लिए सिमित क्षमता होती है|

हेजिंग को एक लाभदायक रणनीति के रूप में तभी कारगर साबित हो सकता जब ट्रेडर अनुभवी हो और वह अपने जोखिमों को समझकर और अपनी लागतों को जानकर एक लाभदायक ट्रेड कर सकता हो| 

Delta हेज का मूल्य केवल स्टॉक की छोटी सीमाओं के अंदर ही सटीक होता है, अगर कीमतें तेजी से बढ़ती है, तो डेल्टा स्वयं नाटकीय रूप से बदलता है|

इसलिए अगर आप कोई डेल्टा पोजीशन बनाते है तो अपने पोजीशन को बार बार देखना आवश्यक है | यहाँ स्टॉक की वोलैटिलिटी के आधार पर ट्रेडर को हेजिंग और ओवर हेजिंग से बचने के लिए बार-बार खरीदना और बेचना पड़ता है जिससे लाभ बढ़ सके और नुकसान सिमित रह सके|

FAQ.

ऑप्शन ट्रेडिंग में Delta क्या है?

डेल्टा स्टॉक की कीमतों में हो रहे बदलाव से ऑप्शन के प्रीमियम में हो रहे बदलाव की सवेदनशीलता को देखना का एक उपाय है, अगर ऑप्शन का डेल्टा मूल्य पॉजिटिव है तो स्टॉक की कीमत बढ़ने से ऑप्शन प्रीमियम बढ़ जायेंगे| इसके विपरीत अगर ऑप्शन का डेल्टा नेगेटिव है तो स्टॉक की कीमत बढ़ने पर ऑप्शन के प्रीमियम कम हो जायेंगे|

Delta hedging में किस तरह के जोखिम है?

Delta hedging में सबसे महत्वपूर्ण ट्रांसेक्शन लागत शामिल हो सकती है,और यह मार्केट की वोलैटिलिटी और तरलता पर आधारित हो सकता है, इसके अलावा स्टॉक की कीमत में परिवर्तन हमेशा बचाव के मूल्य में सटीक रूप से परिलक्षित नहीं हो सकता है, जिससे संभावित नुकसान हो सकता है|

Delta हेजिंग का क्या महत्त्व है?

डेल्टा हेजिंग महत्वपूर्ण है क्यूंकि यह निवेशकों को संभावित प्रॉफिट के जोखिम को बनाए रखते हुए स्टॉक कीमतों में उतार-चढ़ावो से जुड़े जोखिमों का प्रबंधन करने की अनुमति देता है |  साथ ही यह निवेशकों को उनके पोर्टफोलियो पर मार्केट की अस्थिरता के प्रभाव को कम करने और सबसे जटिल डेरिवेटिव सेगमेंट का अधिक सटीक मूल्य देने में भी मदद  कर सकता है|

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