The Hedging strategy in options trading (Hindi) 

ऑप्शन में हेजिंग रणनीतियों का उपयोग निवेशकों द्वारा ट्रेड के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए किया जाता है, जब कभी उनके द्वारा किये किसी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट उसकी दिशा के विपरीत जा रहा हो तो नुकसान को कम करने के लिए पोजीशन को हेज किया जाता है, जो नुकसान को सिमित करती है| 

आम तौर पर निवेशक अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित करना चाह रहे होते है या किसी डेरीवेटिव सेगमेंट में किये सौदे को नुकसान के खिलाफ बचाव के रूप में हेजिंग का प्रयोग करते है|

तो आज हम कुछ ऐसे Best Hedging strategy के बारे में बात करेंगे जो Option trading के लिए सबसे अच्छी साबित हो सकती है|

आज इस पोस्ट में हम आपको कुछ बेहतरीन ट्रेडिंग रणनीतियों की भी चर्चा करेंगे तो चलो आगे बढ़ते है| 

Best Hedging strategy in options trading

ट्रेडर्स अक्सर उनके लिए उपलब्ध Hedging स्ट्रेटेजी की थोड़ी समझ के साथ Option trading में कूद जाते है|

कई ऐसी हेजिंग रणनीतियां है जो जोखिम को सिमित करती है और रिटर्न को अधिकतम करती है| थोड़ा सा सीखकर ऑप्शन में Hedging strategy के शक्ति का लाभ उठाया जा सकता है| 

तो चलिए समझते है ऑप्शन की कुछ  Best Hedging strategy.

1. बुल कॉल स्प्रेड (Bull Call Spread)

Bull call strategy में, निवेशक एक समान समाप्ति तिथि पर किसी स्टॉक्स की एक विशिष्ट स्ट्राइक प्राइस पर In the money Call ऑप्शन खरीदता है, और साथ ही उसी स्टॉक की एक उच्च स्ट्राइक प्राइस पर समान संख्या में Out of money Call ऑप्शन बेचता है|

  इस प्रकार के स्प्रेड स्ट्रेटेजी का उपयोग निवेशक अक्सर तब करते है जब वह किसी स्टॉक या एसेट के प्रति बुलिश होते है|

क्यूंकि वह इसमें मामूली वृद्धि की उम्मीद करता है| निवेशक इस रणनीति का उपयोग करके ऑप्शन ट्रेड से स्टॉक को ऊपर जाने की और सिमित कर अपनी पोजीशन Hedge करते है| 

आप देख सकते हैं की यह एक बुल स्ट्रेटेजी है| अगर यह रणनीति ठीक से कार्य करे के लिए और ट्रेडर को मुनाफा बनाने के लिए स्टॉक की कीमत बढ़ना आवश्यक है| 

Bull call spread हर मार्केट स्थिति में अनुकूल नहीं है | यह तब सर्वश्रेठ कार्य करते है जब कोई स्टॉक या एसेट में ज्यादा तेजी नहीं बल्कि मामूली बढ़ोतरी हो रही है|

यह स्ट्रेटेजी आपके अधिकतम नुकसान को ख़रीदे ऑप्शन प्रीमियम तह Hedge कर देता है|

2. बेयर पुट स्प्रेड (Bear Put Spread)

Bear Put Spread यह Bull call spread का उल्टा रूप है| इस स्ट्रेटेजी में, ट्रेडर्स एक समान समाप्ति तिथि पर एक विशिष्ट स्ट्राइक प्राइस पर किसी स्टॉक का In the money पुट ऑप्शन खरीदता है और कम स्ट्राइक प्राइस पर समान संख्या में Out of money पुट ऑप्शन बेचता है| 

इस स्ट्रेटेजी का उपयोग तब किया जाता है जब ट्रेडर्स के पास स्टॉक या सम्पति के बारे में एक मंदी की भावना है और वह सोच रहा है,की स्टॉक या सम्पति की कीमत में गिरावट होगी|

इस रणनीति में ट्रेडर्स को लाभ सिमित होता है परन्तु नुकसान भी सिमित है|

आप देख सकते है की यह एक मंदी की स्ट्रेटेजी है, जब किसी स्टॉक में गिरावट होती है तब यह स्ट्रेटेजी सफलता पूर्वक कार्य करती है|

Bear put spread में आपका मुनाफा सिमित है परन्तु यह आपके ख़रीदे गए पुट के प्रीमियम खर्च को कम करता है साथ ही आपकी ऑप्शन की पोजीशन को Hedge करता है|

3. प्रोटेक्टिव कॉलर (Protective Coller)

अगर आपके पास पहले से ही कोई स्टॉक या सम्पति है तो Protective Coller स्ट्रेटेजी का आप उपयोग कर सकते है|

यह एक सुरक्षात्मक रणनीति है जिसमे आप Out of Money (OTM) पुट ऑप्शन खरीदकर और साथ ही साथ एक Out of Money कॉल ऑप्शन बेच सकते है|

 इस रणनीति का प्रयोग तब होता है जब आपको किसी स्टॉक में प्रयाप्त लाभ हुआ हो| क्यूंकि इस स्ट्रेटेजी में वह अपने होल्ड किये स्टॉक्स को निचे की और से Hedge करते है|

क्यूंकि खरीदी हुआ पुट ऑप्शन निचे की और संभावित बिक्री मूल्य लॉक करने में मदत करता है| 

परन्तु इस स्ट्रॅटजी में जब आप कॉल बेचते है तो अधिक कीमत पर स्टॉक बेचने के लिए बाध्य हो सकते है, जिससे आगे के स्टॉक बढ़कर होने वाले मुनाफे की संभावना समाप्त हो जाती है|

अगर हम उदाहरण से समझे तो यदि कोई निवेशक 1 मार्च को Reliance को 2500 रुपये पर 400 स्टॉक्स ख़रीदे है, साथ ही एक Reliance अप्रैल 2800 की कॉल ऑप्शन बेचकर और साथ में एक Reliance की अप्रैल 2400 की पुट ऑप्शन खरीदकर एक Protective Coller का निर्माण कर  सकता है|

यहाँ निवेशक की ऑप्शन समाप्ति तारीख तक 2400 से निचे पोजीशन Hedge है| परन्तु अगर समाप्ति तारीख तक स्टॉक की कीमत 2800 से ऊपर जाती है तो Call option बेचने के कारण वह स्टॉक 2800 पर बेचने के लिए बाध्य है|

4. मैरिड पुट (Married Put)

इस स्ट्रॅटजी का प्रयोग निवेशक अपने ख़रीदे गए स्टॉक्स को निचे गिरने से होने वाले नुकसान के प्रति सुरक्षित करते है|

Married Put स्ट्रेटेजी  निवेशक किसी स्टॉक को खरीदता है और साथ ही स्टॉक लॉट के समान संख्या में एक पुट ऑप्शन खरीदता है| 

इस तकनीक में निवेशक स्टॉक लेने के बाद अपने नकारात्मक जोखिम की रक्षा के तरीके के रूप में इस रणनीति का प्रयोग करते है|

यह रणनीति एक तरह से बिमा पॉलिसी की तरह कार्य करती है, यह स्टॉक में तेजी से आई गिरावट की स्थिति में पोजीशन को हेज करती है| इसलिए यह एक तरह से सुरक्षात्मक पुट भी कहते है| 

अगर हम इसे किसी उदाहरण से समझे, तो मान लीजिए की एक निवेशक किसी कंपनी के 500 स्टॉक्स खरीदता है और साथ ही उस स्टॉक का पुट ऑप्शन खरीदता है|

इस स्ट्रेटेजी में मजेदारी यह है की स्टॉक की कीमत में नकारात्मक परिवर्तन होने की स्थिति में वह पोजीशन Hedge है|

साथ ही अगर स्टॉक की कीमत बढ़ती है तो निवेशक के लिए ज्यादा लाभ कमाने के अवसर होंगे| परन्तु इस रणनीति का एकमात्र नुकसान यह है की अगर स्टॉक की कीमत में गिरावट नहीं होती, तो पुट ऑप्शन के लिए दिया प्रीमियम राशि खो देता है| 

यह भी देखे –

Option ट्रेड को Future ट्रेड के साथ कैसे Hedge करे

Future और Option में आप चाहे तो अपने ऊपर और निचे के रिस्क को कम करने के लिए खरीद (Buy) और बिक्री (Sell) कर Hedge का प्रयोग कर सकते है| 

अगर हम इस तरह समझे तो जब कोई ट्रेडर किसी स्टॉक में  Future कॉन्ट्रैक्ट बेचता (Sell) करता है,और पुट ऑप्शन खरीदता (Buy) करता है, तो इसे शार्ट Hedge कहते है|

यह तब उपयोगी साबित होगा जब कोई स्टॉक या सम्पति की कीमत तेजी से निचे की और जाएगीं| 

इसलिए यदि आपके पास कोई स्टॉक है, तो आप चाहे तो Future कॉन्ट्रैक्ट पर शार्ट पोजीशन लेकर या पुट ऑप्शन खरीदकर Best Hedging Strategy बना सकते है|

इसी तरह यदि आप किसी स्टॉक के Future कॉन्ट्रैक्ट को बेचते है (short पोजीशन बनाते है) तो साथ ही एक Call ऑप्शन ख़रीदे, तो इसे Long Hedge कहा जाता है|

यह आपको एकतरफा बढ़ रहे मार्केट जोखिम को कम करने में मदत रूप साबित होगा| 

क्या Option ट्रेडिंग में Hedging लाभदायक है?

अगर ऑप्शन Hedging में प्रॉफिट की बात करे तो यह एक तरह से डेरीवेटिव सेगमेंट में आता है, और अगर आप सही तकनीक का प्रयोग करेंगे तो अच्छा प्रॉफिट निकल सकते है|

हेजिंग ट्रेडर्स और निवेशकों को संभावित मार्केट जोखिमों और अस्थिरता को सिमित करने का एक साधन प्रदान करता है|

अगर हम फ्यूचर के साथ ऑप्शन की बात करें तो यहाँ सबसे ज्यादा रिस्क आता है, इसीलिए हेजिंग नुकसान के संभावित जोखिमों को कम करना सुनिश्चित करता हैऔर निवेशकों को लाभ कमाने का मौका देता है| 

आज हमने जिन स्ट्रेटेजी की बात में की है इन पर अगर आप ज्यादा रिसर्च करेंगे और इन्हे ज्यादा से ज्यादा समझने की कोशिश करेंगे तो यह सुनिश्चित है की आप लंबे समय में एक अच्छे ट्रेडर बनकर Stock Market से ज्यादा से ज्यादा कमाई कर पाएंगे|  

आज हमने इस पोस्ट में कुछ Best hedging stretegy in option के बारे में बात की है, जो आपको मार्केट के उतार-चढ़ाव में आपकी कॉन्ट्रैक्ट पोजीशन को प्रोटेक्ट करने में मदत रूप होंगे|

हेजिंग में ऐसी बहुत सी और भी तकनीक है परन्तु जो सिखने में सबसे ज्यादा आसान है उनकी बारे में बताने की कोशिश की गई है|

अगर आपको इस लेख से लेकर कोई सवाल है तो कमेंट में जरूर बताए| 

Happy Investing…

FAQ.

1. सबसे Safest ऑप्शन स्ट्रेटेजी कौनसी है?

Option ट्रेडिंग में सबसे Safest स्ट्रेटेजी Stock Covered Call सेलिंग और Cash Covered Put सेलिंग है, क्यूंकि यहाँ मार्केट की अस्थिरता का बचाव किया जा सकता है|

2. कौन सी Option स्ट्रेटेजी side-way मार्केट में पैसा कमा सकती है?

एक Side-way मार्केट वह है जहाँ कीमतें समय के साथ बहुत अधिक नहीं बदलता है, जब मार्केट में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं रहता है तब Short Straddle, Short Strangle जैसी स्ट्रेटेजी ज्यादा लाभ देती है | जहां ऑप्शन बेचकर प्राप्त किया प्रीमियम होते है और उतार-चढ़ाव न होने के कारण ऑप्शन वर्थलेस एक्सपायर होते है|

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